बर्डफेयर के माध्यम से बन रही है डूंगरपुर की अनूठी पहचान - कलक्टर
डूंगरपुर, 9 नवंबर/जिला कलक्टर सुरेन्द्र कुमार सोलंकी ने कहा है कि लगातार चौथे वर्ष आयोजित हो रहा डूंगरपुर बर्डफेयर इस अंचल की नैसर्गिक संपदा को देश-प्रदेश तक पहुंचा रहा है, जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे प्रयासों के कारण अब डूंगरपुर की पहचान बर्डफेयर के माध्यम से भी बन रही है।
कलक्टर सोलंकी ने यह विचार बुधवार को यहां कलेक्ट्रेट में आगामी 12 व 13 जनवरी को आयोजित होने वाले ‘डूंगरपुर बर्डफेयर 2016’ के लोगो के विमोचन दौरान व्यक्त किए।
उन्होंने बर्डफेयर के दौरान एक विशेष कार्यशाला के आयोजन के निर्देश देते हुए कहा कि बर्डफेयर के आयोजन के दौरान जिला प्रशासन द्वारा देश-प्रदेश के बर्डवॉचर्स, पर्यावरण शौधार्थियों और पर्यावरण प्रेमियों को आमंत्रित करते हुए उन पर्यावरणीय विशिष्टताओं को दिखाया जाएगा जो देश-प्रदेश के अन्य जिलों में उपलब्ध नहीं है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यहां आने वाले पर्यटक और बर्डवॉचर्स इस बर्डफेयर से किसी भी रूप में निराश नहीं होंगे।
इस दौरान जिला कलक्टर, डूंगरपुर बर्ड्स संस्थान सदस्य व चित्रकार रूपेश भावसार, सहायक निदेशक (जनसंपर्क) कमलेश शर्मा व पर्यावरणीय विषयों के जानकार वीरेन्द्रसिंह बेड़सा ने बर्डफेयर लोगो का विमोचन किया। लोगो की डिजाईन करने वाले चित्रकार भावसार ने कलक्टर को अवगत कराया कि इस लोगो में राज्य सरकार द्वारा जिले के लिए घोषित शुभंकर पेन्टेड स्टॉर्क के साथ गेपसागर झील के साथ प्रशासन की पर्यावरण संरक्षण की प्रतिबद्धता को दर्शाने वाली हरी पत्तियों के समावेश करते हुए आकर्षक स्वरूप प्रदान किया गया है। इसके साथ ही डूंगरपुर की पहचान स्थापित करने वाली पहाडि़यों के साथ उदित होते सूर्य के माध्यम से इस लोगो को आकर्षक बनाने के प्रयास किए गए हैं।
कलक्टर सोलंकी ने लोगो की डिज़ाईन की तारीफ करते हुए इस मौके पर प्रकाशित होने वाले साहित्य में भी इस लोगो के भरपूर उपयोग के निर्देश दिए।
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फोटो केप्शन: डूंगरपुर/आगामी 12 व 13 जनवरी को आयोजित होने वाले ‘डूंगरपुर बर्डफेयर 2016’ के लोगो का विमोचन करते जिला कलक्टर सुरेन्द्र कुमार सोलंकी।