Monday, February 18, 2019

‘बिग-बर्ड डे’ के मौके पर बांसवाड़ा में हुई पक्षी गणना

‘बिग-बर्ड डे’ के मौके पर बांसवाड़ा में हुई पक्षी गणना
बांसवाड़ा पक्षियों के संरक्षण के लिए कार्यरत राष्ट्रीय संगठन दिल्ली बर्ड्स, डब्ल्यू डब्ल्यू एफ और वागड़ नेचर क्लब के संयुक्त तत्वावधान में ‘बिग बर्ड डे’ के मौके पर रविवार को बांसवाड़ा के इसरवाला तालाब पर पक्षी गणना की गई। 
डब्ल्यू डब्ल्यू एफ के उदयपुर प्रभारी अरूण सोनी ने बताया कि प्रतिवर्ष 18 फरवरी को मनाएं जाने वाले इस ‘बिग बर्ड डे’ के तहत वागड़ नेचर क्लब के सहयोग से रविवार को बांसवाड़ा जिले के इसरवाला जलाशय पर पक्षी गणना की गई और पक्षियों के संबंध में जानकारी संकलित की गई। 
वागड़ नेचर क्लब के वरिष्ठ सदस्य दिनेश जैन, जनसंपर्क उपनिदेशक कमलेश शर्मा, वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर भरत कंसारा, हार्दिक लोढ़ा, जुगल बेहरानी और भंवरलाल गर्ग द्वारा इस मौके पर जलीय व स्थलीय पक्षियों की प्रजातियों को चेकलिस्ट में दर्ज किया गया। इस दौरान यहाँ पर बड़ी संख्या में स्थानीय और प्रवासी पक्षियों को देखा गया। 
तालाब पर पक्षी गणना में जिसमें 80 कॉमन कूट, 28 स्पॉट बिल डक, 18 लिटल ग्रेब्स, 15 कॉटन पिग्मी गुज, 10 पिनटेल, 15 शोवलर, 30 ग्लॉसी आइबिस, 30 पर्पल स्वैम्पहैन, 20 गैडवाल, 6 व्हाइट थ्रोटेड किंगफिशर, 8 बिग कोरमोरेंट, 5 कॉम्ब डक, 10 व्हाईट आईबिस, 20 ब्लैक आईबिस, 4 ग्रे हेरोन, 10 वैगटेल, 15 ब्लेक विंग्ड स्टिल्ट, 12 रेड वेंटेड बुलबुल, 5 रिवर टर्न, 28 ब्लैक टेल्ड गोडविट देखे गए। इस दौरान दल सदस्यों ने ग्रामीणों से संवाद किया और अन्य पक्षियों की उपस्थिति के संबंध में जानकारी एकत्रित की।









Tuesday, February 12, 2019

उदयपुर के बर्ड एक्सपर्ट डॉ. कोली ने खोजी दुर्लभ क्लेमोरस रीड वार्बलर चिड़िया

‘एक्सप्लोरिंग बर्ड्स इन बांसवाड़ा’ कार्यक्रम
बांसवाड़ा, 11 फरवरी/ जिले की समृद्ध नैसर्गिक संपदा से जन-जन को रूबरू करवाने के उद्देश्य से जिला पर्यटन उन्नयन समिति एवं परिंदों व पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में कार्यरत वागड़ नेचर क्लब के तत्वावधान में आयोजित हो रहे ‘एक्सप्लोरिंग बर्ड्स इन बांसवाड़ा’ कार्यक्रम के तहत सोमवार को उदयपुर से पहुंचे बर्ड एक्सपर्ट ने कूपड़ा तालाब पर छोटी किंतु दुर्लभ व शर्मिली चिड़िया क्लेमोरस रीड वार्बलर को देखा। 
मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के प्राणीशास्त्र विभाग के सहायक आचार्य और बर्ड एक्सपर्ट डॉ. विजय कोली व रिसर्च स्कॉलर उत्कर्ष प्रजापति के नेतृत्व में पहुंचे दल को जनसंपर्क उपनिदेशक व वागड़ नेचर क्लब के कमलेश शर्मा ने कूपड़ा तालाब पर बर्डवॉचिंग करवाई। दल सदस्यों ने यहां पर दुर्लभ प्रजाति की क्लेमोरस रीड वार्बलर को देखा तथा इसकी यहां पर उपस्थिति पर उत्साहित हुए। डॉ. कोली ने बताया कि तेज आवाज में चिल्लाने वाली इस छोटी चिड़िया का आकार मात्र 18 से 20 सेमी होता है। उन्होंने बताया कि यह विशेष प्रकार की लंबी घास व झाड़ियों के बीच में ही रहती है।   
इस दौरान दल उत्कर्ष प्रजाति ने यहां पर प्रवासी पक्षी कॉमन, टफटेड पोचार्ड, पिनटेल, नॉदर्न शॉवलर, यूरेशियन राईनेक, ग्रे हेडेड कैनेरी फ्लाईकैचर को देखकर खुशी जताई। तालाब पर बड़ी संख्या में कॉमन कूट्स, पॉट बिल डक्स, ग्रीब्स, विसलिंग टील, ग्रे हेडेड स्वॉम्पहेन, परपल हेरोन, इण्डियन रोलर, कॉमन क्रेस्टल, टैगा फ्लाईकैचर, ग्रे हॉर्नबिल, कॉपरस्मीथ बारबेट, ओरियेन्टल मेकपाई रॉबिन, सिल्वर बिल, व्हाईट ब्रेस्टेड किंगफिशर और अन्य 50 से अधिक प्रजातियों के स्थानीय पक्षियों को देखा और इनके बारे में जानकारियां संकलित की।   
समृद्ध है कूपड़ा तालाब, इसे संरक्षित रखें: डॉ. कोली
इस दौरान बर्ड एक्सपर्ट डॉ. कोली ने कूपड़ा तालाब की समृद्ध जैैव विविधता की सराहना की और कहा कि यहां पर एक साथ इतनी बड़ी संख्या में स्थानीय और प्रवासी पक्षियों की उपस्थिति खुशी का विषय है। जनसंपर्क उपनिदेशक शर्मा ने डॉ. कोली व अन्य सदस्यों को इस तालाब पर पिछले दो वर्षों से लगातार आयोजित किए जा रहे बर्डफेस्टिवल के बारे में भी बताया तो उन्होंने कहा कि तालाब प्रदूषणमुक्त है और इसी कारण से यहां पर पक्षियों की उपस्थिति है, इसे संरक्षित रखा जाए और इसमें मानवीय दखल को रोका जाए। 










Sunday, February 3, 2019

तलवाड़ा के पातेला तालाब पर हुई बर्डवॉचिंग


‘एक्सप्लोरिंग बर्ड्स इन बांसवाड़ा’ कार्यक्रम जारी

बांसवाड़ा, 3 फरवरी/ जिले की समृद्ध नैसर्गिक संपदा से जन-जन को रूबरू करवाने के उद्देश्य से जिला पर्यटन उन्नयन समिति एवं परिंदों व पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में कार्यरत वागड़ नेचर क्लब के तत्वावधान में आयोजित हो रहे ‘एक्सप्लोरिंग बर्ड्स इन बांसवाड़ा’ कार्यक्रम के तहत रविवार को तलवाड़ा के पातेला तालाब पर बर्डवॉचिंग की गई। 
क्लब के वरिष्ठ सदस्य दिनेश जैन, जनसंपर्क उपनिदेशक कमलेश शर्मा, वाईल्ड लाईफ फोटोग्राफर भरत कंसारा, पक्षीप्रेमी हार्दिक लोढ़ा व भुवनेश द्विवेदी ने पातेला तालाब का भ्रमण करते हुए यहां पर शीतकाल व्यतीत करने के लिए आए परिंदों के बारे में जानकारियां संकलित की। इस दौरान दल सदस्यों ने बड़ी संख्या में प्रवासी पक्षी कॉमन व टफटेड पोचार्ड को देखकर खुशी जताई। तालाब पर करीब दस हजार की संख्या में कॉमन कूट्स के साथ सैकड़ों की तादाद में स्पॉट बिल डक्स, ग्रीब्स, विसलिंग टील और अन्य प्रजातियों के स्थानीय पक्षियों को देखा और इनके बारे में जानकारियां संकलित की। यहां पर दल सदस्यों ने क्रेस्टेड बंटिंग, ओरियेन्टल मेकपाई रॉबिन, सिल्वर बिल, व्हाईट ब्रेस्टेड किंगफिशर को भी क्लिक किया। 
इस दौरान दल सदस्यों ने त्रिपुरा संुदरी रोड़ स्थित स्मृति वन का भी अवलोकन किया और यहां पर वॉच टॉवर से समृद्ध जैैव विविधता के बारे में जानकारी संकलित की।








‘वर्ल्ड वेटलेण्ड डे’ पर वागड़ नेचर क्लब का नेचर वॉक


जानकारियां संकलित की, जलाशयों के संरक्षण का लिया संकल्प

बांसवाड़ा, 2 फरवरी/ वर्ल्ड वेटलेण्ड डे के मौके पर शनिवार को जिले में परिंदों व पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में कार्यरत वागड़ नेचर क्लब द्वारा नेचर वॉक कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम के तहत शहर के समीपस्थ कूपड़ा स्थित जलाशय पर बर्डवॉचिंग की गई और जलाशय से संबंधित जानकारी संकलित की गई। 
इस मौके पर क्लब सदस्यों ने भावी पीढ़ी को हरे-भरे, स्वस्थ व स्वर्णिम भविष्य की सौगात प्रदान करने जिले में माही, सुरवानिया और हरो डेम के साथ चार सौ से अधिक समृद्ध जलाशयों और अन्य वेटलेण्ड्स के संरक्षण के लिए जनचेतना जाग्रत करने के लिए संकल्प लिया गया। क्लब सदस्यों ने इस दौरान बर्डवॉचिंग और फोटोग्राफी भी की तथा इसके माध्यम से जन-जन तक प्रकृति की सुंदर सौगात को संरक्षित करने के लिए जानकारी का संवहन करने की योजना बनाई गई। इस मौके पर क्लब के वरिष्ठ सदस्य दिनेश जैन, जनसंपर्क उपनिदेशक कमलेश शर्मा, वाईल्ड लाईफ फोटोग्राफर भरत कंसारा, भंवरलाल गर्ग आदि मौजूद थे। 
बनेगी वेटलेण्ड्स पुस्तिका:
वागड़ नेचर क्लब द्वारा इस मौके पर जिले के समस्त समृद्ध जलाशयों की जानकारियों से युक्त एक सूचना पुस्तिका के निर्माण की भी योजना बनाई गई। ‘वेटलेण्ड्स ऑफ बांसवाड़ा’ नाम से तैयार की जाने वाली इस पुस्तिका में जलाशयों और यहां की जैव विविधता के बारे में विस्तृत जानकारी का संकलन होगा। इसके लिए सदस्यों ने उपलब्ध जानकारी को सुव्यवस्थित तरीके से संकलित, संपादित करने की आवश्यकता भी जताई।







Wednesday, December 19, 2018

पेंटेड स्टॉर्क की अदबी उड़ान


डूंगरपुर के आइकन बर्ड है पेंटेड स्टार्क




Monday, December 17, 2018

‘एक्सप्लोरिंग बर्ड्स इन बांसवाड़ा’ का तीसरा सप्ताह

सुंदनी और आसन तालाब पर बर्डवॉचिंग कर संकलित की जानकारियां 
बांसवाड़ा, 2 दिसंबर/ जिले की समृद्ध नैसर्गिक संपदा में पाए जाने वाले स्थानीय और प्रवासी परिंदों की जानकारी को जन-जन तक पहुंचाने और इसके माध्यम से बांसवाड़ा को पर्यटन मानचित्र पर स्थापित करने की दृष्टि से जिला पर्यटन उन्नयन समिति व वागड़ नेचर क्लब के ‘एक्सप्लोरिंग बर्ड्स इन बांसवाड़ा’ कार्यक्रम के तहत रविवार को उदयपुर रोड़ स्थित सुंदनी और आसन तालाब पर बर्डवॉचिंग की गई। 
आसन व संुदनी तालाब पर क्लब के वरिष्ठ सदस्य व नगर स्कूल के प्राचार्य सुशील जैन, वाईल्ड लाईफ फोटोग्राफर भरत कंसारा, जनसंपर्क उपनिदेशक कमलेश शर्मा, पक्षीप्रेमी भंवरलाल गर्ग, फोटोग्राफर जुगल बेहरानी, रोहित वाधवानी व जय शर्मा के दल ने आज दिनभर बर्डवॉचिंग के साथ पक्षियों के बारे में जानकारियां संकलित की। इसके साथ ही इन स्थानों पर पाई जाने वाली प्रजातियों की फोटोग्राफी भी की गई। 
स्थानीय और प्रवासी परिंदों की जलक्रीड़ाएं देखी: 
बर्डवॉचिंग दौरान दल सदस्यों ने बड़ी संख्या में प्रवासी व स्थानीय पक्षियों की जलक्रीड़ाएं देखी। इस दौरान साइबेरिया व सेंट्रल यूरोप से आने वाला प्रवासी पक्षी गेडवाल, सेंट्रल यूरोप, कजाकिस्तान से आने वाले कॉमन पोचार्ड भी काफी संख्या में दिखाई दिए। आसन तालाब में घास फूंस की अधिकता के कारण स्थानीय पक्षी कॉटन पिग्मी गूज, स्पॉट बिल डक, कूट्स, मुरहैन, किंगफिशर, ब्रोंज विग्ड जैकाना, इजिप्शियन वल्चर, वायरटेल, डबचिक और अन्य पक्षी भी दिखाई दिये। 
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बांसवाड़ा में पहली बार दिखा दुर्लभ प्रवासी पक्षी 'कॉमन शलडक'